देहरादून। जोशीमठ में भूधंसाव के बढ़ते खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल 6 जनवरी को उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक सायं 6 बजे सचिवालय स्थित अब्दुल कलाम भवन के चतुर्थ तल पर आहूत की गई है। बैठक में मुख्य सचिव, सचिव आपदा प्रबंधन, सचिव सिंचाई, पुलिस महानिदेशक, आयुक्त गढ़वाल मंडल, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ, जिलाधिकारी चमोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जो अधिकारीगण मुख्यालय में उपस्थित हैं, भौतिक रूप में एवं अन्य अधिकारीगण जो मुख्यालय से बाहर हैं, ये वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग करेंगे।
भूधंसाव के चलते रोके गए कई निर्माण : जोशीमठ क्षेत्र में लगातार भूधंसाव की परिस्थितियों को देखते हुए क्षेत्र की सुरक्षा के दृष्टिगत रखते हुए एनटीपीसी तपोवन विष्णुगढ़ जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश दे दिए गए हैं। इसके साथ ही बीआरओ के अंतर्गत हेलंग बाईपास में हो रहे निर्माण कार्य पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
चमोली जिले के अपर जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक त्रिपाठी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश में यह भी कहा गया है कि अगले आदेश तक नगर पालिका परिषद जोशीमठ क्षेत्र अंतर्गत कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता। प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने हेतु जिला प्रशासन ने एनटीपीसी व एचसीसी कंपनियों को एहतियातन अग्रिम रूप से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के भी आदेश जारी किए हैं।
जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट कर लिया गया है जिसमें से 38 परिवार को प्रशासन ने जबकि 5 परिवार स्वयं सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो गए हैं। जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या को लेकर प्रशासन प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद पहुंचाने में जुटा है।
प्रभावित परिवारों को नगरपालिका, ब्लॉक, बीकेटीसी गेस्ट हाउस, जीआईसी, गुरुद्वारा, इंटर कॉलेज, आईटीआई तपोवन सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर रहने की व्यवस्था की गई है। जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट कर लिया गया है जिसमें से 38 परिवार को प्रशासन ने जबकि 5 परिवार स्वयं सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो गए हैं।
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस सुरक्षा बल को अलर्ट मोड पर : गुरुवार को जोशीमठ के सर्वे को गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रन्जीत कुमार सिन्हा, आपदा प्रबंधन के अधिशासी अधिकारी पीयूष रौतेला, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहिताश मिश्रा, भूस्खलन न्यूनीकरण केंद्र के वैज्ञानिक शांतुन सरकार, आईआईटी रूड़की के प्रोफेसर डॉ. बीके माहेश्वरी सहित तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी टीम जोशीमठ पहुंच गई है। विशेषज्ञों की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जा रहा है।
गढ़वाल कमिश्नर एवं आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की। जोशीमठ भू-धंसाव के खतरे से निपटने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस सुरक्षा बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने हेतु जिला प्रशासन ने एनटीपीसी व एचसीसी कंपनियों को एहतियातन अग्रिम रुप से 2-2 हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के भी आदेश जारी किए हैं।