एक अन्य ट्वीट में गहलोत ने लिखा- आमजन में ऐसी धारणा है कि कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट घातक नहीं है, इसलिए लोग लापरवाही बरत रहे हैं। विशेषज्ञों की राय है कि ओमिक्रोन से ठीक होने के बाद पोस्ट कोविड समस्याएं पूर्व के वैरिएंट्स जितनी ही गंभीर हो सकती हैं।