अब कहीं भी पढ़ो, कभी भी पढ़ो...

विगत 50 वर्षों से प्रकाशन के क्षेत्र में सक्रिय पब्लिशर्स ने सीबीएसई की कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ऐसा 'मोबाइल एप' तैयार किया है, जिससे न तो उन्हें लाइब्रेरी खुलने का इंतजार करना पड़ेगा और न ही किताबों के बोझ की चिंता रहेगी। 'रैंकर्स इंडिया' नामक इस एप में प्रत्येक विषय से 100 चुनिंदा प्रश्नों का संकलन किया गया है। 
 
रैंकर्स इंडिया के अभिषेक गुप्ता ने वेबदुनिया से चर्चा करते हुए इस एप के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि यह एप सीबीएसई के 9वीं से 12वीं तक के सभी विषयों के छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसमें 100 चुनिंदा प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस एप को डाउनलोड कर विद्यार्थी कहीं भी और कभी भी अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। 
 
गुप्ता ने कहा कि हमें इस एप को बनाने की प्रेरणा आज के विद्यार्थियों से ही मिली, जिनके हाथ में स्मार्टफोन देखे जाते हैं। अत: हमने विचार किया कि क्यों न बच्चों को मोबाइल फोन में ही पाठ्‍य सामग्री उपलब्ध करा दी जाए। ...और इस एप को तैयार करने में हमें तीन महीने का समय लगा, जिसे 2015 की शुरुआत में ही लांच किया गया है। उन्होंने दावा कि इस एप इस माध्यम से छात्र-छात्रा कम परिश्रम से ज्यादा अंक अर्जित कर सकते हैं। इसके साथ ही इस एप के जरिए कभी भी और कहीं भी पढ़ाई की जा सकती है। 
 
एप की कीमत के सवाल पर गुप्ता कहते हैं कि यह पुस्तकों की तुलना में काफी सस्ता है। बाजार में एक पुस्तक 150-200 रुपए में मिलती है, जबकि यह एप मात्र 20 से 30 रुपए में उपलब्ध है। इसी खरीदने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत भी नहीं। मोबाइल पर ही इसे डाउनलोड किया जा सकता है। भुगतान डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के जरिए किया जा सकता है। 
 
इस एप को लेकर विद्यार्थियों का कैसा रिस्पांस रहा? गुप्ता कहते हैं कि बहुत कम समय में ही हमें अच्छा और सकारात्मक प्रतिसाद मिला है। अब तक  एक लाख से ज्यादा छात्र इसे पसंद कर चुके हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हम वही दे रहे हैं जो विद्यार्थियों के लिए ज्यादा उपयोगी है। हालांकि वे कहते हैं कि फिलहाल फिजिक्स, कैमिस्ट्री, गणित जैसे विषयों में छात्र ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। 
 
एप की अन्य खूबियों की चर्चा करते हुए गुप्ता बताते हैं कि यह ईको फ्रेंडली है। यदि विद्यार्थी इस माध्यम का उपयोग करते हैं तो इससे निश्चित ही कागज की बचत होगी, जिससे पेड़ों की सुरक्षा भी हो पाएगी। साथ ही बच्चे मोबाइल पर रुचिपूर्ण ढंग से अपनी पढ़ाई कर पाएंगे क्योंकि उन्हें एक ही स्थान पर सभी जरूरी सामग्री मिल जाएगी। 
गुप्ता कहते हैं कि आने वाले समय वे सीबीएसई के अलावा अन्य बोर्ड के लिए भी एप के माध्यम से सामग्री उपलब्ध कराएंगे। साथ ही खास विषय पर आधारित सामग्री भी उपलब्ध करवाएंगे, जिससे न सिर्फ स्कूली बच्चों बल्कि कॉलेज और पीएचडी स्तर तक के विद्यार्थियों को मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में वे प्रेक्टीकल विषयों की सामग्री भी एप के जरिए उपलब्ध करवाएंगे, जो कि नीरस बिलकुल नहीं होगी। ऐसा लगेगा जैसे पुस्तकें आपसे बात कर रही हों। एप को रैंकर्स इंडिया की वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। 

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