वे कथित अनियमितताओं के कारण 2016 से जांच के दायरे में थे। यौन उत्पीड़न की शिकायतों से उचित तरीके से नहीं निपटने और छात्राओं की शिकायतों के निस्तारण के लिए उचित तंत्र नहीं होने के आरोपों को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने पिछले सप्ताह हांगलू को समन जारी किया था।