राजधानी श्रीनगर के पुराने इलाके और शहर-ए-खास क्षेत्र में सुरक्षा कारणों से लगाई गई कर्फ्यू जैसी पांबदिया आज दूसरे दिन भी जारी हैं। पुलिस के बताया कि किसी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए मौसुमा और सिविल लाइंस से लगे क्षेत्रों में भी आज कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा दी गईं। हालांकि आज किसी संगठन ने हड़ताल अथवा प्रदर्शन करने की घोषणा नहीं की है। लेकिन गृहमंत्री की यात्रा के विरोध में हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट ने रविवार को आम हड़ताल की घोषणा की है।
ऐतिहासिक जामा मस्जिद के सभी गेट शनिवार को दूसरे दिन भी बंद रहे, जहां पाबंदियों की वजह से शुक्रवार की नमाज अदा नहीं हो सकी थी। पुराने शहर और शहर-ए-खास के पांच पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में कल उस समय पाबंदियां लागू की गईं जब हुर्रियत कांफ्रेस के नरम धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक के नेतृत्व में मुताहिद मजलिस-ए-उलेमा ने कल शुक्रवार की नमाज के बाद म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के पक्ष में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की घोषणा की।
मीरवाइज को शुक्रवार को जामा मस्जिद में लोगों को संबोधित करने के कार्यक्रम को रोक दिया गया था और वह सात सितंबर की शाम से नजरबंद हैं। पुलिस के अनुसार पुराने शहर के और शहर-ए-खास के नौहट्टा, सफा कदाल, एमआर गंज, रैनवाड़ी और खानयार में पाबंदियां लगाई गई हैं। इसके अलावा मैसुमा और सिविल लाइंस क्षेत्रों में भी आज पांबदियां लागू कर दी गईं।