पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सदस्य ने कहा कि इस मामले को लेकर तमाम हंगामे के बीच सच्चाई यही रहेगी कि सीएए मानवता का प्रतीक है। इसे दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण मानवाधिकार कानून बताया जा सकता है। इसका लक्ष्य प्रताड़ना एवं उत्पीड़न झेलने के बाद यहां आए लोगों को नागरिकता प्रदान करना है।