उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक भ्रामक पोस्ट वायरल हो रहा था कि रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप रेलवे द्वारा जारी की गई रिक्तियों में भी कमी की जा रही है, जो सरासर गलत है।
राजेश ने कहा कि रेलमंत्री पीयूष गोयल ने गत दिनों बयान जारी कर रेलवे के निजीकरण के किसी प्रस्ताव का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इसलिए पूर्व-मध्य रेल छात्रों-परीक्षार्थियों से अपील करता है कि इस प्रकार की किसी अफवाह पर ध्यान न दें और केवल रेलवे भर्ती बोर्ड के वेबसाइट पर दी गई सूचनाओं पर ही विश्वास करें।