जयपुर। राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर भाजपा में जाने के बारे में चर्चा की थी और इसके लिए धन की पेशकश भी की थी। हालांकि पायलट ने इस आरोप को आधारहीन व अफसोसजनक बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि विधायक से यह बयान दिलवाया गया है और वह उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
बाड़ी सीट से विधायक मलिंगा ने कहा कि वह अपने कुछ काम के सिलसिले में दो बार तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पायलट से मिले। मलिंगा के अनुसार इस दौरान पायलट ने उनसे कहा, भाजपा में चलना है, पार्टी छोड़नी हैू।मलिंगा के अनुसार, सचिन जी ने भाजपा में जाने के लिए मुझे धन की पेशकश भी की। लेकिन मैंने मना कर दिया।
यह पूछे जाने पर कि इस बात के क्या सबूत हैं, इस पर मलिंगा ने कहा, अगर मेरी बात झूठी है तो पायलट आकर कह दें कि मैं झूठ बोल रहा हूं, बाकी मैं तो मंदिर में जाकर भी यह बात कह सकता हूं।मलिंगा के अनुसार उन्होंने पायलट से कहा कि उनकी आत्मा इस तरह के काम के लिए नहीं मान रही। विधायक ने कहा कि उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बताया था।
पायलट के प्रवक्ता के व्हाट्सएप ग्रुप में एक बयान जारी किया गया। इसमें पायलट ने कहा, मुझ पर इस तरह के आधारहीन आरोप लगाए जाने से मैं उदास हूं लेकिन हैरान नहीं हूं। इसका एकमात्र उद्देश्य मुझे बदनाम करना है।उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप का उद्देश्य कांग्रेस के विधायक एवं सदस्य होने के नाते उनके द्वारा राज्य में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ जताई गई चिंताओं को भी दबाना है।
उन्होंने कहा, ये आरोप मुझे और बदनाम करने तथा मेरी साख पर हमला करने के लिए लगाए गए हैं।उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दे से ध्यान बंटाने के लिए बहस को मोड़ा जा रहा है।बयान में कहा गया है, उन विधायक के खिलाफ उचित एवं कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिनसे इस तरह के आरोप लगवाए गए हैं।