अदालत की ओर से गत 10 फरवरी को इस मामले की अंतिम सुनवाई के बाद यह बात सामने आई कि इस प्रकरण में वर्ष 2006 में लगाए गए 4 प्रार्थना पत्रों का अभी तक निस्तारण नहीं हुआ है। अदालत ने लंबित 4 प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई करने के लिए आगामी 3 मार्च की तारीख तय की है।