पूर्व विदेश मंत्री ने आरोपी टोनी वलास से ई-मेल के जरिए संपर्क किया। उसने खुद के केरल निवासी होने का दावा किया था। ई-मेल के आदान प्रदान के बाद 19 फरवरी तक खुर्शीद के कार्यालय के प्रतिनिधि ने वलास के साथ बात शुरू की। वलास ने उनसे अंकित बादरी नाम के एक व्यक्ति के खाते में रुपए भेजने को कहा। प्राथमिकी में वह भी नामजद है।