शिवसेना के मुखपत्र सामना के एक सम्पादकीय में यह भी कहा गया कि कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों द्वारा जय श्री राम का नारा लगाए जाने पर बनर्जी को नाराज नहीं होना चाहिए था। उसने कहा कि बल्कि अगर वह भी उनके साथ शामिल हो जाती, तो बात पूरी तरह पलट जाती। लेकिन हर कोई अपने वोट बैंक को रिझाने में लगा है। भाजपा ने बनर्जी की कमजोरी पहचान ली है और विधानसभा चुनाव होने तक वह ऐसे संवेदनशील मुद्दों को भुनाता रहेगा।
सम्पादकीय में साथ ही यह भी कहा गया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के 18 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करना ममता बनर्जी के लिए चिंता की बात है। उसने कहा, 'लेकिन ममता बनर्जी बंगाल की शेरनी है, जो हमेशा लड़ती आई हैं और आगे भी लड़ाई जारी रखेंगी।'