बैंक ने कैश लेनदेन पर मुफ्त सीमा घटा दी है। अब महीने में केवल 3 बार बैंक में जमा या निकासी मुफ्त होगी। चौथी ट्रांजैक्शन से हर बार 150 रुपए शुल्क देना होगा। इसी तरह मासिक 1 लाख तक नकद लेन-देन पर कोई शुल्क नहीं है। इसके ऊपर हर 1,000 पर 3.5 रुपए या न्यूनतम 150 रुपए (जो ज्यादा हो) शुल्क वसूला जाएगा। थर्ड पार्टी कैश जमा/निकासी की सीमा 25,000 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन तय की गई है।
ATM से नकद निकालने के नियमों में भी बदलाव किया गया है। मेट्रो शहरों में अन्य बैंकों के ATM से 3 मुफ्त ट्रांजैक्शन और नॉन-मेट्रो में 5 मुफ्त ट्रांजैक्शन की अनुमति होगी। इसके बाद हर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर 23 रुपए और नॉन-फाइनेंशियल (बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट) पर 8.5 रुपए शुल्क लगेगा।
बैंक ने कई अन्य सेवाओं के चार्ज भी संशोधित किए हैं। सुबह 9 बजे से शाम 4:30 बजे के बाद या छुट्टियों में 10,000 रुपए से ज्यादा कैश जमा करने पर 50 रुपए प्रति ट्रांजैक्शन का अतिरिक्त शुल्क लगेगा। डिमांड ड्राफ्ट पर 1,000 रुपए पर 2 रुपए शुल्क (न्यूनतम 50 रुपए, अधिकतम 15,000 रुपए) लगेगा।
हालांकि इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल ऐप या UPI के जरिए NEFT और IMPS ट्रांजैक्शन पूरी तरह मुफ्त हैं। वहीं ब्रांच से RTGS कराने पर 2 लाख से 5 लाख रुपए तक 20 रुपए और 5 लाख रुपए से ऊपर 45 रुपए शुल्क देना होगा।
गौरतलब है कि बैंक ने ने मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में बचत खातों के लिए न्यूनतम मासिक औसत बैलेंस में 5 गुना की बढ़ोतरी कर दी है। अब 10,000 रुपए के स्थान पर ग्राहकों को इन खातों में न्यूनतम 50,000 रुपए रखना जरूरी होगा।