हसनैन कॉमर्स में स्नातक था और उसने 28 फरवरी को तड़के अपनी पत्नी, बच्चों, अभिभावकों और तीन बहनों तथा उनके बच्चों की हत्या कर दी थी। उसकी एक बहन सुबिया बरमार (22) इस हमले में बच गई। वह इस घटना की एकमात्र प्रत्यक्षदर्शी हैं। हसनैन का परिवार ठाणे के बाहरी इलाके में कासरवाड़ावली में रहता था।