भारत जैसे देश में कोई राजनीतिक नेता और मंत्री अपने आपको किसी 'राजा' से कम नहीं समझता है, चाहे संविधान के मुताबिक उसका दर्जा भले जनता के सेवक के रूप में हो और अगर कोई बड़ा 'पॉवरफुल' नेता हो तो उनके तो कहने ही क्या। हमारे प्रधानमंत्री ने नेताओं, मंत्रियों की 'लालबत्ती' भले ही छीन हो, लेकिन उनमें लालबत्ती का 'रौब' अभी बरकरार है। अब खबरें आ रही हैं कि एआईएडीएमके नेता शशिकला को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। वीआईपी ट्रीटमेंट तो ठीक दक्षिण की 'चिनम्मा' एक वीडियो में बाहर जाती दिखाई दे रही हैं।
अब इस पर कोई अचरज नहीं होना चाहिए कि उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। इसका दावा पहले भी पूर्व डीआईजी डी रूपा ने किया था और बदले में उन्हें तबादले का इनाम मिला। इस बार जो वीडियो सामने आया है उसमें शशिकला साधारण कपड़ों में बाहर दिखाई जाती दिख रही हैं। वीडियो देखने से लगता है कि वे बाहर तफरीह करके आ रही हैं।
सवाल इस पर उठने लगे हैं कि क्या वीआईपी ट्रीटमेंट के अलावा क्या उन्हें बाहर भी जाने दिया जा रहा है। अब इस वीडियो की जांच का जिम्मा एंटी करप्शन ब्यूरो को दिया गया। शशिकला को लेकर कई खुलासे करने वाली पूर्व डीआइजी डी. रूपा का कहना है कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज से जुड़ी सभी रिपोर्ट जमा कर दी हैं। डीआईजी रूपा ने जेल के डीजीपी एचएसएन राव और कुछ अन्य पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डीआईजी ने इन पर शशिकला से करोड़ों रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है, जिनकी जांच एसीबी कर रही है।