शाजिया ने कहा कि आयोजकों ने मुझे तीन तलाक के मुद्दे पर बोलने से रोक दिया। ऐसा जामिया छात्र संगठन के विरोध पर किया गया। जामिया के छात्र नहीं चाहते कि बीजेपी नेता कैंपस में आएं और बात रखें। शाजिया ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी और वामपंथी छात्र संगठनों के बीच हुई झड़प का उदाहरण देते हुए कहा कि लोग उमर खालिद का विरोध करने की वजह से एबीवीपी पर आरोप मढ़ रहे हैं, लेकिन मैं तो जामिया की छात्रा रही हूं।