सूत्रों के मुताबिक पार्टी को मजबूत करने के लिए शिवबंधन के तहत शिवसेना विधायकों, नगरसेवकों और अन्य पदाधिकारियों को ठाकरे के नेतृत्व में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए एक हलफनामा लिखना होगा। हलफनामे में लिखना होगा कि उन्हें पूज्य उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में दृढ़ विश्वास है और उनका बिना शर्त समर्थन रहेगा।
पार्टी ने कहा कि शिवसैनिकों, पदाधिकारियों, पार्षदों और विधायकों के लिए भी हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। शिवसेना नेतृत्व ने बड़ी संख्या में पार्टी विधायकों को शिंदे खेमे में जाने से रोकने के लिए यह फैसला किया है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों के विद्रोह के बाद शिवसेना ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उनके नेतृत्व में शिवसेना के 39 विधायकों ने विद्रोह किया, जिससे ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ा।