इससे पहले शनिवार को आजम खान ने सुलह समझौते के प्रयास के तहत मुख्यमंत्री अखिलेश से मुलाकात की थी और बाद में वह अखिलेश को साथ लेकर सपा संस्थापक के घर गए थे। पिता-पुत्र के आमने-सामने बैठने और संजीदगी से बातचीत से लगने लगा था कि सपा मे अब सब कुछ ठीक ठाक हो गया है मगर अगले ही दिन राजनीतिक परिदृश्य पूरी तरह बदल गया।
मुलायम सिंह यादव से बातचीत के बाद आजम खान ने कहा कि नेताजी से मैने गतिरोध खत्म करने के बारे में बातचीत की। उनका रूख बेहद अनुकूल है। वह भी मसले का जल्द समाधान चाहते हैं। पिता-पुत्र के बीच हुई मुलाकात पार्टी के लिए शुभ संकेत है। कई मसलों पर खुलकर बात हुई। मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द ही समाधान निकल आएगा।
इस बीच पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, नारद राय, गायत्री प्रसाद प्रजापति, साहब फातिमा और माफिया डान अतीक अहमद समेत कई नेताओं ने आज सुबह मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। शिवपाल सिंह यादव ने भी अपने बड़े भाई के साथ कुछ घंटे बिताए और दोनों ने साथ-साथ टीवी में चुनाव आयोग द्वारा घोषित मतदान की तिथियों को देखा और सुना। (वार्ता)