श्रीनगर में फिर भड़की हिंसा

सुरेश एस डुग्गर

शुक्रवार, 17 जून 2016 (18:26 IST)
श्रीनगर। कश्मीरी पंडितों तथा सैनिकों के लिए कश्मीर में कॉलोनियों को बनाए जाने का मुद्दा अभी ठंडा नहीं पड़ा है। आज तो मीरवायज उमर फारूक के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने खूब हिंसा फैलाई। हिंसा का आलम यह था कि प्रदर्शनकारी हाथों में पाकिस्तान तथा आईएसआईएस के झंडे लेकर जीवे जीवे पाकिस्तान के नारे लगाने के साथ ही जबरदस्त पथराव में लिप्त हो गए थे।
हालांकि शुक्रवार सुबह सुरक्षाबलों ने जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासिन मलिक को पहले ही हिरासत में ले लिया था। मीरवायज के नेतृत्व में अलगाववादी प्रदर्शनकारियों ने श्रीनगर में शुक्रवार को पंडितों और सैनिक कॉलोनियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। 
 
प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। दरअसल प्रदर्शनकारी घाटी में पंडितों और सैनिक कॉलोनियों के बसाए जाने का विरोध कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंड़े भी फहराए। यह कोई पहला मामला नहीं इससे पहले भी घाटी में पाकिस्तान के झंडे फहराने की घटना सामने आई थी।
 
इतना जरूर था कि जहां एक तरफ रमजान का मुबारक महीना चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ शरारती तत्वों ने जुम्मे की नमाज के बाद श्रीनगर के पुराने शहर में जमकर पथराव किया। सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी हुई हैं। 
 
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागे, वहीं शरारती युवकों द्वारा पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के झंडे भी फहराए गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी इससे पहले लोगों से अपील की थी कि जुम्मे की पवित्र नमाज को जुम्मा पथराव न बनने दिया जाए।
 
इससे पहले श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मुहम्मद यासीन मलिक को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कश्मीर घाटी में प्रस्तावित सैनिक और पंडित कॉलोनियों के खिलाफ अलगाववादी नेतृत्व के संयुक्त धरना प्रदर्शन से पहले मलिक को गिरफ्तार किया गया।
 
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस के एक दल शुक्रवार तड़के सहरी के बाद मैसूमा स्थित मलिक के निवास पर पहुंचा और गिरफ्तार कर लिया। मलिक को कोठीबाग पुलिस स्टेशन में बंद कर दिया गया है। विभिन्न अलगाववादी समूहों के बीच एकजुटता अभियान शुरु करने के बाद मलिक को लगातार गिरफ्तार किया गया है।
 
प्रवक्ता ने मलिक की नियमित गिरफ्तारी को पीडीपी-भाजपा सरकार की हताशा के रुप में करार देते हुए कहा कि मलिक की लगातार गिरफ्तारी से सरकार द्वारा खुद के ‘विचारों की लड़ाई’ के सिद्धांत को नकार दिया गया है।

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