इससे पहले समापन समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री ने पुष्कर के विकास के लिए प्रमुख योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा, पुष्कर सिर्फ राजस्थान के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र है। इसे एक वैश्विक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों में आधुनिक सुविधाओं का समावेश करते हुए यहां की परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजा जाएगा। उन्होंने कहा, राजस्थान सरकार ने पुष्कर के विकास के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है जिसे केंद्र सरकार के सहयोग से क्रियान्वित किया जाएगा। हमारा लक्ष्य न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ाना है बल्कि स्थानीय निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना भी है।
एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि पुष्कर मेला इस बार श्रद्धालुओं और पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या के साथ ऐतिहासिक साबित हुआ। सात दिनों तक चले इस मेले में छह लाख से अधिक घरेलू श्रद्धालु और 20,000 विदेशी पर्यटक शामिल हुए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, 2019 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोग पुष्कर आए। यह न केवल पुष्कर के महत्व को दर्शाता है, बल्कि हमारी पर्यटन नीतियों की सफलता का भी प्रमाण है। (भाषा)
Edited by : Chetan Gour