यह कभी ओल्ड सीएमओ था : दीया कुमारी को अलॉट कक्ष की एक और खासियत है। किसी समय यह कक्ष ओल्ड सीएमओ कहलाता था। तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत इसी कक्ष में बैठकर राजस्थान सरकार का संचालन करते थे। ऐसे में इस कक्ष को दीया कुमारी के लिए खास माना जा रहा है। क्योंकि वे राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस में भी शामिल थी। हालांकि उनकी दौड़ उपमुख्यमंत्री पद तक पहुंचकर थम गई।
सचिन के लिए फलीभूत नहीं हुआ यह कक्ष : इस कक्ष का एक और पहलू यह है सचिन पायलट जब डिप्टी सीएम बने थे तो उन्हें पूरे समय विवाद का सामना करना पड़ा था। अशोक गहलोत के साथ उनके मतभेद और विवाद लगातार जारी रहे। उन्हें डिप्टी सीएम और पार्टी अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद खोने पड़े थे। सचिन भले ही ज्यादातर समय शांत रहे, लेकिन उनके समर्थक लगातार उनकी मुसीबत बढ़ाते रहे।
इस कक्ष की शुभता और अशुभता का तो आने वाले समय दीया कुमारी की राजनीतिक हैसियत के आधार पर ही पता चलेगा। लेकिन, जानकार लोग इस बात को लेकर जरूर चर्चा कर रहे हैं कि दीया कुमारी सचिन की तरह विवादों में घिरेंगी या फिर भैरोंसिंह शेखावत की तरह मुख्यमंत्री पद की कुर्सी आसीन होंगी।