उन्होंने कहा कि जब हमारा राज्य प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है और इतना तनाव है, तो कुछ तत्व केवल धार्मिक राजनीति कर रहे हैं। उपद्रवियों से उनकी आस्था की परवाह किए बिना सख्ती से निपटा जाना चाहिए, कानून सभी के प्रति निष्पक्ष होना चाहिए। मैं त्रिपुरा से इस कठिन समय में एकजुट होने और एक-दूसरे से झगड़ा नहीं करने का आग्रह करता हूं। त्रिपुरा में 19 अगस्त से आई विनाशकारी बाढ़ के कारण कम से कम 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 1.17 लाख लोग बेघर हो गए हैं।(भाषा)