There is some reduction in forest fire in Uttarkashi : उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले की गंगा और यमुना घाटी के विभिन्न क्षेत्रों के जंगलों में बीते एक हफ्ते से धधक रही आग (fire) अब कुछ शांत पड़ने लगी है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला के निर्देश के बाद वन एवं पुलिस विभाग (Forest and Police Department) की शरारती तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के बाद जंगलों की आग कुछ शांत हुई है।
सोमवार को सिलक्यारा के पास राड़ी टॉप के जंगलों में भीषण आग लग गई जिससे ऊपरी यमुना वन प्रभाग के पलेठा, बगासू और मोल्डा गांव के जंगल धधकने लगे। इसके अलावा डुंडा, मुखेम रेंज और भटवाड़ी के आसपास भी जंगल जलने लगे जिसे बुझाने के लिए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की एक टीम वन विभाग की मदद से आग बुझाने मौके पर पहुंची है।
जिलाधिकारी रूहेला ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में वन विभाग को आदेश जारी किए हैं कि जिन वन क्षेत्रों में आग लगी मिलती है तो उससे लगे गांवों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। उत्तरकाशी जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. प्रेम पोखरियाल ने बताया कि वनाग्नि के कारण फैली धुंध से श्वांस और दमा रोगियों को घुटन हो सकती है जबकि आंखों में जलन और खांसी की समस्या भी बढ़ सकती है। धुंध से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग करें और घरों की खिड़कियां बंद रखें। इसके अलावा उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों को चश्मे का प्रयोग करने की भी सलाह दी।(भाषा)