पुलिस के अनुसार पुलिस भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन मंगलवार को कड़ी सुरक्षा, बायोमेट्रिक हाजिरी के बावजूद तीन युवक दूसरों के नाम पर परीक्षा देने पहुंच गए। कड़ी चेकिंग में फोटो और नाम का मिलान न हो पाने पर संदेह हुआ तो पूछताछ की गई। तीनों ही फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पहला मामला गिर्राज महाराज कालेज में सुबह की पाली में सामने आया। जहां हस्ताक्षर न मिलने पर पुलिस अधिकारियों ने एक युवक से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम अश्विनी कुमार, निवासी भागलपुर (बिहार) बताया। वह स्नातक है और तीस हजार रुपए में अलीगढ़ के खैर कस्बा निवासी निवेश कुमार के स्थान पर परीक्षा देने आया है।
शाम को दूसरी पाली में दूसरा युवक भी इसी कॉलेज में पकड़ में आया। वह अलीगढ़ के ही गौंडा निवासी जितेंद्र कुमार के नाम पर दस हजार रुपए में परीक्षा देने आया था। उसका नाम विनोद कुमार, निवासी जिला रोहतास (बिहार) है। उसके फोटो का मिलान नहीं हो पाया था।
तीसरा सॉल्वर बीएसए इंजीनियरिंग कॉलेज में दबोचा गया। जो बुलंदशहर निवासी शिवा गोस्वामी के नाम पर परीक्षा देने आया था। वह बिहार के मधुबनी जिले का उमेश निकला, जिसने फर्जी परीक्षा के एवज में बीस हजार रुपए एडवांस लेना कुबूल किया है।