पटना। जनता दल (यूनाइटेड) के तीन तलाक विधेयक का विरोध करने पर दृढ़ रहने के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि अब वक्त आ गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर निकल जाए अथवा बिहार से उसका अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।
उधर, भाजपा ने बिहार में उसके सहयोगी दल जदयू के विधेयक पर अलग रुख को कमतर करने का प्रयास किया और कहा कि विकास के मुद्दे पर राजग में कोई मतभेद नहीं है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि जदयू और भाजपा के बीच अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तथा तीन तलाक पर प्रतिबंध जैसे अहम मुद्दों पर विचारधारा में गंभीर मतभेद हैं।
सिंह ने यहां कहा कि जदयू को यह समझना चाहिए कि अगर वह राजग में बना रहता है तो उसका बिहार में जनता के बीच खड़ा होना मुशकिल हो जाएगा। ऐसा होने पर राज्य से उसका अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। गौरतलब है कि जदयू ने तीन तलाक के मुद्दे पर अपना रुख उस वक्त ही स्पष्ट कर दिया था जब केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इस पर अध्यादेश को मंजूरी दी थी।
विधेयक को राज्यसभा में भेजे जाने के बाद पार्टी के राज्य इकाई के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि जदयू इस विधेयक का समर्थन नहीं करेगा। जदयू के रुख को कमतर करने का प्रयास करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, सहयोगी दलों की राम मंदिर, अनुच्छेद 370, समान नागरिक संहिता और तीन तलाक पर पहले से ही अलग राय रही है, लेकिन विकास के मुद्दे पर राजग में कोई मतभेद नहीं है।