बताया जा रहा है कि यह बाघ कुछ पालतू पशुओं का शिकार भी कर चुका है साथ ही नोरादेही अभयारण्य में तैनात वन अमला जानकारियां होने के बाद भी हाथ पर हाथ धरे खामोश बैठा हुआ है। आंखीखेड़ा, मुहली, पटना, खपराखेड़ा, सरखेड़ा, खापा, खंगोरिया, तिंदनी, वादीपुरा, सर्रा समेत दो दर्जन गांवों के निवासी दहशत के साए में जी रहे हैं।
हालांकि वन विभाग कर्मचारियों का कहना है कि बाघ की गतिविधियों पर सतत नजर रखी जा रही है और पल-पल की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जा रही है। साथ ही जिन लोगों के पालतू पशुओं को हानि पहुंची है, उन्हें नियमानुसार मुआवजा देने की कार्रवाई भी की जा रही है।