हरिद्वार। हरिद्वार में इन दिनों महाशिवरात्रि पर्व के लिए कावड़ भरने वालों का मेला लगा है। इस मेले को लेकर यहां पहुंच रही भारी श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते पुलिस ने शहर को विभिन्न जोनों में बांटते हुए ट्रैफिक प्लान को लागू किया है। बीते सोमवार से लागू हुआ यह प्लान 18 फरवरी, शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व स्नान तक यह लागू रहेगा।
हरिद्वार में रुकने वाले वाहनों के लिए पार्किंग भी निर्धारित कर दी गई है। शहर में बाहरी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। कावड़ मेले के मद्देनजर हरिद्वार पुलिस ने दिल्ली, एनसीआर, देहरादून, गढ़वाल और कुमाऊं, यूपी से हरिद्वार में अलग-अलग रूटों से आवाजाही करने वाले वाहनों के लिए सोमवार से यातायात डायवर्शन रूट प्लान लागू कर दिया है। 18 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व स्नान तक यह प्लान लागू रहेगा। हरिद्वार में रुकने वाले वाहनों के लिए पार्किंग भी निर्धारित कर दी है। शहर में बाहरी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा।
प्लान के तहत हरिद्वार-सिडकुल से बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहन बहादराबाद, रूड़की, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर, जानसठ, मीरापुर व बिजनौर से आवाजाही करेंगे। देहरादून व ऋषिकेश से बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद जाने वाले भारी वाहन देहरादून, ऋषिकेश, मोहंड चौकी, बिहारीगढ़, सहारनपुर, देवबंद, बागोवाली चौराहा, भोपा बाईपास ओवरब्रिज, बिलासपुर कट जानसठ, मीरापुर, मोंटी तिराहा, बिजनौर से आवाजाही करेंगे।
हरिद्वार से बिजनौर, नजीबाबाद की ओर जाने वाले छोटे वाहन सिंहद्वार चौक, जगजीतपुर, फेरूपुर, लक्सर, बालावाली, मंडावर, बिजनौर से आवाजाही करेंगे। देहरादून व ऋषिकेश से बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद जाने वाले छोटे वाहन नेपाली फॉर्म, रायवाला भूपतवाला, रोड़ीबेलवाला, आनंद वन समाधि कट से फ्लाई ओवर के ऊपर ऋषिकुल हाईवे, सिंहद्वार चौक, जगजीतपुर, फेरूपुर, लक्सर, बालावाली, मंडावर व बिजनौर से आवाजाही करेंगे।
देहरादून व ऋषिकेश से हरिद्वार आने वाले वाहन नेपाली फॉर्म तिराहा, रायवाला, भूपतवाला दूधाधारी तिराहा से लालजी वाला पार्किंग में खड़े होंगे। नजीबाबाद की ओर से हरिद्वार आने वाले वाहन चिड़ियापुर, श्यामपुर से गौरीशंकर एवं नीलधारा पार्किंग में खड़े होंगे। दिल्ली की ओर से हरिद्वार आने वाले वाहन दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज बहादराबाद, हरिद्वार से अलकनंदा, दीनदयाल एवं पंतद्वीप चमकादड़ टापू पार्किंग पर खड़े होंगे।
पंजाब और हरियाणा की ओर से हरिद्वार आने वाले वाहन पंजाब, हरियाणा, सहारनपुर, मंडावर, भगवानपुर, सालियर, बिजौली चौक से एनएच-344 होते हुए नगला इमरती कोर कॉलेज बहादराबाद बायपास हरिद्वार से अलकनंदा दीनदयाल एवं पंतद्वीप और चमकादड़ टापू पार्किंग पर खड़े किए जाएंगे।
देहरादून से हरिद्वार आने वाली रोडवेज बसों को मोतीचूर पार्किंग में खड़ा किया जाएगा और वापसी इसी मार्ग से होगी। दिल्ली व मेरठ से हरिद्वार आने वाली रोडवेज की बसें अपने निर्धारित मार्ग से आकर रोडवेज बस स्टेशन में पार्क होंगी। देहरादून से दिल्ली, मेरठ व मुजफ्फरनगर की ओर जाने वाली रोडवेज की बसें डाट काली मंदिर, मोहंड, बिहारीगंज होते हुए आवाजाही करेंगी।
देहरादून व ऋषिकेश से नजीबाबाद जाने वाली रोडवेज की बसें नेपाली फॉर्म, रायवाला, हरिद्वार सिंहद्वार, जगजीतपुर, फेरूपुर, सुल्तानपुर, लक्सर, बालावाली, बिजनौर व नजीबाबाद मार्ग से आवाजाही करेंगे। पंजाब व हरियाणा की ओर से आने वाली रोडवेज की बसें अपने निर्धारित मार्ग से चलेंगी।
चारधामों का बस किराया 5 फीसदी बढ़ेगा इस बार:इस साल की चारधाम यात्रा के लिए बस किराया 5 फीसदी बढाने की सिफारिश संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अंतर्गत सभी परिवहन कंपनियों ने परिवहन विभाग से की है।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति ने कहा कि पिछले साल यात्रा किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी जिसके कारण कई ट्रांसपोर्टरों को नुकसान भी उठाना पड़ा था। समिति का दावा है कि नया किराया परिवहन विभाग की ओर से तय किराए से कम है। इसका प्रस्ताव अब शासन को भेजा जाएगा।
1,600 बसों की आवश्यकता है: इस बार आरटीओ प्रशासन सुनील कुमार ने चारधाम यात्रा में रोटेशन के अधीन 1,600 बसों की आवश्यकता जताई है। परिवहन कंपनियों के पास 1,100 बसें उपलब्ध हैं। केएमओयू की 50 बसें मंगाई जाएंगी जबकि 50 बसें रोडवेज की ओर से उपलब्ध कराई जाएंगी। कोई भी ट्रांसपोर्ट कंपनी रोटेशन से बाहर नहीं होगी।
पिछले साल यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ लि. और दून वैली रोटेशन से बाहर थी। इस बार ट्रांसपोर्टर 150 नई बसें ला रहे हैं। एक परिवहन कर अधिकारी की तैनाती की जाएगी, जो विभाग को यह डाटा उपलब्ध कराएगा कि कितनी बसें चारधाम यात्रा पर गई, कितनी आई? कितनी बसें यात्रा पर जाने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले साल यात्रा चेक पोस्ट पर कनेक्टिविटी न होने से बसों को ऑनलाइन चेक करने में परेशानी हुई थी लेकिन इस बार इस व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि पंजीकृत यात्रियों और वाहनों की संख्या को लेकर सामंजस्य बनाया जाए।