अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने रविवार को मीनार-ए-फतेह को तिरंगे की रोशनी में जगमगाने पर आपत्ति जताते हुए इसे सिख भावनाओं के साथ खिलवाड़ करार दिया। मीनार-ए-फतेह पंजाब के मोहाली में छप्पड़ चिड़ी में सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा सरहिंद पर जीत की याद में बनाया गया एक स्मारक है।
धामी ने एक बयान में कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर के स्मारक को तिरंगे की रोशनी से रोशन करने से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि देश की मान्यताओं का सम्मान किया जाता है, लेकिन आस्था की मान्यताएं इससे अलग हैं और इन्हें मिलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि पूर्व में हरियाणा के अंबाला में जिला परिषद प्रशासन द्वारा ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक पत्र जारी किया गया था, लेकिन संगत (समुदाय) के विरोध के बाद इसे वापस ले लिया गया। धामी ने कहा कि इसी तरह मध्य प्रदेश के इंदौर में ऐतिहासिक गुरुद्वारा इमली साहिब में शनिवार को राष्ट्रीय ध्वज फहराने से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है।