उन्होंने कहा कि अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन 8 जनवरी से राज निवास के बाहर तब तक किया जाएगा, जब तक कि बेदी को केंद्र शासित प्रदेश से बाहर नहीं भेजा जाता। गौरतलब है कि राजनिवास बेदी का कार्यालय सह आवास है।
धरने के लिए लोगों का समर्थन जुटाने के लिए पड़ोसी कलापेटो में अभियान शुरू करते हुए उन्होंने कहा, हमें अपने पदों की चिंता नहीं है और हम हर परिणाम का सामना करने को तैयार हैं।उन्होंने कहा कि वह और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी, विधायक, नेता और धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गठबंधन से संबद्ध सभी दलों के कार्यकर्ता इस धरने में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा, हम धरने में लोगों का समर्थन और भागीदारी चाहते हैं और जब तक किरण बेदी पुडुचेरी से नहीं चली जातीं, तब तक धरना जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने केंद्र की राजग सरकार पर पुडुचेरी के अलग दर्जे को खत्म करने और उसे पड़ोसी तमिलनाडु के साथ मिलाने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुफ्त चावल योजना, छात्रों को सहायता, मछुआरों के लिए विकास कार्यक्रम और युवाओं के लिए रोजगार जैसी कल्याणकारी योजनाओं को उपराज्यपाल ने अवरुद्ध कर दिया।(भाषा)