विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने मंगलवार को यह जानकारी देते व संबोधित करते हुए कहा कि हम स्वयंसेवकों का 1 लाख का समूह बनाएंगे, जो राज्य के 27,500 गांवों में जाएंगे और 'निधि सम्मान' (मंदिर के लिए चंदा) प्राप्त करने के लिए 90 लाख भक्तों से संपर्क करेंगे।
मंदिर के लिए राशि एकत्र करने की योजनाओं का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि राज्य में चंदा अभियान की निगरानी के लिए श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान समिति का गठन किया गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक के पदाधिकारी एन. थिप्पेस्वामी कर्नाटक समिति के सचिव होंगे। समिति का मार्गदर्शन करने के लिए संतों की एक समिति होगी।
कुमार ने कहा कि 10 रुपए, 100 रुपए, 1,000 रुपए के टोकन के जरिए राशि एकत्र की जाएगी। 2,000 रुपए से अधिक का दान देने वालों को रसीद दी जाएगी। दान दी गई राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80जी के तहत छूट मिलेगी। चंदे की रकम भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बडौदा और पंजाब नेशनल बैंक में जमा कराई जाएगी।कुमार ने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जाएगी।
विहिप इसे एक और मंदिर नहीं बल्कि सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक पुनर्जीवन का माध्यम मानती है। हम एक सौहार्दपूर्ण समाज बनाने के लिए इस मंदिर के साथ जाति, क्षेत्र और भाषा से जुड़े सभी मतभेदों को दूर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विहिप किसी भी सरकार, नगर निगम या किसी भी सरकारी निकाय से चंदा नहीं लेगी। उन्होंने लोगों से मंदिर निर्माण के लिए उदारता से दान देने की अपील की। (भाषा)