गुजरात में दलित प्रदर्शनों में इजाफा, बसों पर हमला, पुलिसकर्मी की मौत

बुधवार, 20 जुलाई 2016 (10:27 IST)
राजकोट। गुजरात में अहमदाबाद सहित इसके कई हिस्सों में मंगलवार को दलित प्रदर्शनों में हिंसा हुई जिसमें पथराव के दौरन एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई और राज्य की सरकारी परिवहन बसों पर हमला किया जबकि समुदाय तीन और सदस्यों ने कथित रूप से खुदकुशी का प्रयास किया।
 
ये दलित गुजरात के उना स्थित गिर-सोमनाथ जिले में कथित तौर पर एक गाय का चमड़ा उतारने को लेकर 11 जुलाई को दलित समुदाय के लोगों पर बर्बर ढंग से हमला करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
 
पुलिस ने बताया कि अमरेली कस्बे में गए स्थानीय अपराध शाखा के हेड कांस्टेबल पंकज अमरेली वहां हुए पथराव में घायल हो गए। लेकिन राजकोट अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों सेहित 10 अन्य लोग भी घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि तीन युवकों ने जूनागढ़ जिले में बातवा कस्बे में स्थित अपने निवास स्थान पर जहर खाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया।
 
पुलिस ने बताया कि हमले के विरोध में राजकोट के गोंडाल और जामकांडोरना में सात दलित युवकों ने खुदकुशी का प्रयास किया, जबकि राज्य परिवहन बसों के क्षतिग्रस्त किए जाने और बीती रात से सौराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों से और समूचे जूनागढ़, जामनगर, राजकोट और अमरेली जिलों में सड़कों को जाम किया गया।
 
पुलिस ने बताया कि राजकोट जिले के धोराजी कस्बे में एक बस को आग लगा दी गई और कुछ अन्य के क्षतिग्रस्त किया गया, प्रदर्शनकारियों ने बीती रात को कथित रूप से राजकोट में बीआरटीएस के बस स्टैंड में तोड़ फोड़ की। (भाषा) 

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