बिहार के दरभंगा में कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिवंगत मां को कथित तौर पर अपशब्द कहे जाने के विरोध में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा गुरुवार को बुलाए गए 5 घंटे के राज्यव्यापी बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। राजधानी पटना में सड़कों पर वाहन कम दिखे और कुछ निजी स्कूल बंद रहे। कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं, तो कइयों ने खोलीं भी।
राजग के प्रमुख घटक भाजपा और अन्य दलों के कार्यकर्ता पूरे राज्य में बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे, जिनमें बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताएं भी शामिल थीं। बंद के बारे में पुलिस ने कहा कि राज्य के किसी भी हिस्से से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
हालांकि, राजद और कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई वीडियो क्लिप साझा किए, जिनमें आरोप लगाया गया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने आम लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया और लोगों को उनके कार्यस्थलों, ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशनों और चिकित्सा आपात स्थिति के लिए अस्पतालों तक पहुंचने से रोकने की कोशिश की।
भाजपा के गठबंधन सहयोगियों ने बंद को अपना भरपूर समर्थन दिया। इन सहयोगियों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला जनता दल (यूनाइटेड), केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाला हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) शामिल हैं।
पटना में स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और सांसद धर्मशीला गुप्ता सहित कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय के बाहर धरना दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मौके पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मोदीजी की दिवंगत मां का अपमान बिहार बर्दाश्त नहीं करेगा। उनकी (विपक्ष की) बेशर्मी इतनी है कि कांग्रेस के एक भी वरिष्ठ नेता ने अभी तक इस घटना के लिए माफी नहीं मांगी है। यह कांग्रेस नेताओं और उनके गठबंधन सहयोगियों के अहंकार को दर्शाता है। बिहार की जनता उन लोगों को कभी नहीं भूलेगी, जिन्होंने प्रधानमंत्री की दिवंगत मां को अपशब्द कहे।
जद(यू) के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्य मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि यह बंद एक प्रतीकात्मक विरोध है, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक जीवन में शिष्टाचार की आवश्यकता पर जोर देना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र संवाद पर आधारित है और विरोधियों के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। सार्वजनिक समारोहों में तो यह सुनिश्चित किया ही जाना चाहिए। हालांकि, निजी तौर पर लोग अपनी इच्छानुसार बोल सकते हैं।
इस पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, क्या प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपाइयों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों और बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारियों को इतने हल्के में न लें? यह बिहार है। भाजपा के गुंडे-मवाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे है, उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे है? क्या यह उचित है? शर्मनाक।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा नीत राजग द्वारा आहूत बिहार बंद को पूरी तरह असफल करार दिया। उन्होंने कहा कि बंद को लेकर बिहार के नागरिकों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। यादव ने आरोप लगाया कि बंद को लागू कराने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह गुंडागर्दी की। उन्होंने दावा किया कि बंद के नाम पर महिला नर्सों और शिक्षकों पर हमला किया गया तथा एक गर्भवती महिला को ले जा रही एंबुलेंस तक को रोक दिया गया।
पटना के आयकर चौराहे पर सुबह राजग के घटक दलों की महिला प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और तख्तियां लहराते हुए दरभंगा में प्रधानमंत्री की मां के खिलाफ कहे गये अपशब्दों को लेकर कांग्रेस और राजद की आलोचना की। उधर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी ने पूरे देश की आत्मा को ठेस पहुंचाई है। यह सिर्फ एक मां का नहीं, बल्कि देश की हर मां का अपमान है। इस अभद्र व्यवहार के विरोध में महिला मोर्चा सड़कों पर उतर आया है। आज पूरा देश मां की गरिमा और महिलाओं के सम्मान के लिए एकजुट है।
नहीं हुई कोई अप्रिय घटना
कानून व्यवस्था को लेकर पटना (मध्य) की पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उधर नवादा, कटिहार, मुजफ्फरपुर और दरभंगा समेत कई जिलों में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन किए गये।
दरभंगा में पिछले सप्ताह कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक स्थानीय नेता के मंच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां को अपशब्द कहने वाला एक कथित वीडियो वायरल हुआ था। आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि आयोजकों ने कहा कि उस समय (कांग्रेस का) कोई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद नहीं था।
क्या कहा था प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री मोदी ने 2 सितंबर को इस घटना पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्हें इस घटना से गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने भावुक होकर कहा, मेरी दिवंगत मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर उनका क्या दोष था? मैं कांग्रेस और राजद को माफ कर सकता हूं, लेकिन बिहार की जनता कभी उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब हर गली-कस्बे में संदेश पहुंचना चाहिए कि माताओं और बहनों का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma