क्रांतिकारियों व लव कुश की आध्यात्मिक नगरी बिठूर में बुधवार से गंगा महोत्सव का आगाज हो गया। पांच दिवसीय इस महोत्सव का शुभारंभ नानाराव स्मारक प्रांगण से सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने किया। मुख्यमंत्री करीब डेढ़ घंटे तक कानपुर में रहे। महोत्सव का शुभारंभ स्वच्छता ही सेवा सवांद और नुक्कड़ नाटक से हुआ। 24 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में रोज गंगा आरती होगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने नानाराव पार्क में अपने उद्बोधन में कहा कि 1857 के संग्राम में 23 वर्ष की उम्र में रानी लक्ष्मीबाई देश की स्वाधीनता के लिए लड़ाई लड़ी थी। गंगा पर उन्होंने कहा कि गंगा हमारी संस्कृति है जो हमें विरासत में मिली। इसकी अविरलता और निर्मलता को हम सबको बनाये रखना है। अगर हम गंगा की अविरलता और निर्मलता को नहीं बनाए रखा तो आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेगीं। सरकार के साथ इस मिशन को सफल बनाए रखने के लिए आम जनसहभागिता बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कानपुर से लेकर प्रयाग तक सबसे ज्यादा गंगा मैली है, अगर कानपुरवासी अगर चाह ले तो यहां पर गंगा की सफाई बहुत आसानी की जा सकती है। कहा कि अगर विदेशी पर्यटक भारत आयें तो उन्हे गंगा अविरल और निर्मल दिखना चाहिए। हमें पौराणिक परंपराओं को बनाए रखना है यह हम सबका दायित्व है। यह बिठूर महोत्सव गौरवशाली आयोजन है जो हर वर्ष होना चाहिए। प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान पर उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन हर नागरिक का मिशन होना चाहिए, तभी हम इस मिशन पर कामयाब हो पाएंगे। विकास एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे भाजपा सरकार लगातार आगे बढ़ा रही है।
मुख्यमंत्री ने की गंगा आरती- नानाराव पार्क से लौट कर मुख्यमंत्री पत्थर घाट गए जंहा उन्हें दशाश्वमेध घाट के पुरोहित ने गंगा आरती कराई। गंगा आरती के दौरान सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, मेयर प्रमिला पाण्डेय, एमएलसी अरूण पाठक, विधायक नीलिमा कटियार, जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी, के साथ प्रशासनिक अफसर आदि मौजूद रहें।