प्रशासन के दावों पर अगर यकीन करें तो उन्होने बड़े स्तर पर तालाबों को भरवा लिया है लेकिन इसके बावजूद भी 1108 तालाब प्रशासन की सारी कवायद के बावजूद अभी भरे नहीं गए हैं। 495 तालाबों को भरने का दावा किया जा रहा है लेकिन भौतिक सत्यापन के बाद ही सत्यता का पता लग पाएगा। ग्रामीण इलाकों में इस भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान हैं।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने गर्मी के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए तालाबों को पानी भरवाए जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त कर तालाबों को तत्काल भरवाये जाने का निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इटावा में सिंचाई विभाग के अन्तर्गत कुल 620 तालाब/पोखर भरे जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके सापेक्ष नहरों से 235 तालाब एवं नलकूपों से 385 तालाब/पोखर को भरा जाना प्रस्तावित है। जिलों में नहरों से अब तक कुल 132 तालाबों एवं नलकूपों से 320 तालाब/पोखर भरे जा चुके हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत बनवाये गये तालाबों के भरे होने का दावा भी किया जा रहा है लेकिन तालाब भरे हुए नही दिख रहे हैं। इस समय पड़ रही भीषण गर्मी में पेयजल को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है। कही हैंडपंप पानी छोड़ गए तो कही धूल से भरे तालाब पानी की बर्बादी करने वालों को आइना दिखा रहे है। (वार्ता)