छत्तीसगढ़ चिकित्सा परिषद ने बगैर उचित कारणों के गर्भाशय निकालने के मामले में नौ चिकित्सकों का पंजीयन निलंबित कर दिया है। राज्य शासन ने कैंसर का भय दिखाकर गर्भाशय निकालने के मामले में राज्य के नौ चिकित्सकों का पंजीयन छत्तीसगढ़ चिकित्सा परिषद से निलंबित कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में बगैर पर्याप्त कारणों के लगभग 22 महिलाओं का गर्भाशय निकालने के मामले में रायपुर के आशीर्वाद इन फर्टीलिटी एंडोस्कोपी सेंटर की डॉक्टर नलिनी मढ़रिया, कर्मा अस्पताल के संचालक धीरेंद्र साव, जैन अस्पताल के नितिन जैन, सिटी अस्पताल की मोहनी इंदनानी, सोनी मल्टिस्पेशिलिटी अस्पताल अभनपुर के प्रज्जवल सोनी, स्वामीनारायण अस्पताल रायपुर की ज्योति दुबे, आंचल नर्सिंग होम की सोनाली जैन, सेवा सदन माता राजिम अस्पताल राजिम के पंकज जायसवाल और लाइफ लाइन नर्सिंग होम के जीपीएस सरना का पंजीयन निलंबित कर दिया।
उन्होंने बताया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को कमर दर्द और अन्य मामूली शारीरिक समस्या के बाद चिकित्सकों द्वारा गर्भाशय निकाल लेने की शिकायत के बाद राज्य शासन ने एक समिति का गठन कर मामले की जांच कराई थी। जांच समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद नौ चिकित्सकों का पंजीयन निलंबित कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि चिकित्सकों को अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। (भाषा)