सिडनी। अमेरिका के कई लोग इस बात से भयभीत हैं कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क (Elon Musk) को हाल के हफ्तों में अमेरिकी सरकार के विभिन्न कार्यालयों में 'हस्तक्षेप' की अनुमति दी गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के समर्थन तथा भरोसेमंद लोगों की एक छोटी-सी टीम के सहयोग से मस्क ने अमेरिका की विशाल संघीय नौकरशाही पर सफलतापूर्वक नियंत्रण हासिल कर लिया है।
वॉशिंगटन में कई संघीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए मस्क के तूफानी अभियान ने न केवल भ्रम की स्थिति पैदा की है बल्कि इसे समझाना भी मुश्किल है। कुछ इतिहासकारों और टिप्पणीकारों द्वारा समर्थित एक लोकप्रिय तर्क यह है कि मस्क की कार्रवाई तख्तापलट के बराबर है। उनका तर्क है कि यह सत्ता के भौतिक केंद्रों पर कब्जा करने के पारंपरिक अर्थ में तख्तापलट नहीं है बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रथाओं को खत्म करने और मानवाधिकारों का उल्लंघन करने की कोशिश कर रहे एक अनिर्वाचित समूह द्वारा डिजिटल बुनियादी ढांचे पर कब्जा करना है।(भाषा)