पटना। पटना जिला पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित एनपी सेंटर से हवाला कारोबार के एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 36 एटीएम कार्ड और 15 लाख रुपए बरामद किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि सूचना के आधार पर हवाला कारोबारियों के गांधी मैदान के समीप स्थित रिजेंट सिनेमा हॉल के समीप होने के बारे में जानकारी मिलने पर उक्त इलाके की घेराबंदी कर रंजित कुमार नामक एक संदिग्ध को पकड़ा गया।
झारखंड के देवघर के रिखिया मोहनपुर गांव निवासी रंजित के पास से पुलिस ने विभिन्न बैंकों के 36 एटीएम कार्ड तथा 40820 रुपए, दो मोबाइल फोन और कई अन्य दस्तावेज बरामद किए। उन्होंने बताया कि रंजित के पास से बरामद मोबाइल फोन से पाकिस्तान के कई नंबरों पर संपर्क किया गया।
रंजित ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसके मोबाइल फोन पर पाकिस्तान से आने वाले कॉल के जरिए मिले निर्देश और प्राप्त संदेश के आधार पर वह उसके पास मौजूद एटीएम कार्ड की मदद से राशि की निकासी कर दिनभर एकत्रित राशि में से अपना कमीशन काटने के बाद बाकी राशि को कोतवाली थाना क्षेत्र के एनपी सेंटर के 406 नंबर स्थित कैम्फर कॉन कास्ट लिमिटेड के ऑफिस में पहुंचा दिया करता था।
रंजित से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने कैम्फर कॉन कास्ट लिमिटेड के कार्यालय में छापामारी कर परमहंस पाठक और राजेश कुमार नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 15 लाख 38 हजार रुपए और चार मोबाइल फोन, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं उपकरण बरामद किए।
परमहंस रोहतास जिला के दिनारा थानांतर्गत गोपालपुर गांव का रहने वाला है तथा वर्तमान में पटना के राजीवनगर थाना क्षेत्र में रह रहा था और राजेश पटना के पाटलीपुत्र थाना अंतर्गत महेशनगर इंद्रपुरी का निवासी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि परमहंस और राजेश ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि वे अब तक करोड़ों रुपए का व्यवसाय कर चुके हैं और उनके कार्यालय में प्राप्त होने वाली राशि को वे अपने कंपनी मैनेजर सुनिल कुमार और पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता के मौखिक निर्देश पर रकम की प्राप्ति और भुगतान करते थे।
उन्होंने बताया कि इस हवाला कारोबार में बड़े-बड़े व्यवसायी संलिप्त हैं और इस गिरोह के सदस्य लॉटरी लगने और बड़े उपहार का लालच देकर आम जनता से राशि निर्धारित खाते में डालने को कहते थे और राशि को एटीएम से निकाल लिया करते थे। इस कार्य में कई एजेंट भी कार्यरत हैं।
मनु ने बताया कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किए जाने के साथ पाकिस्तान के नंबरों का भी सत्यापन कराया जा रहा है तथा उनके कारोबार बिहार के बाहर अन्य कहां-कहां थे, इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है। (भाषा)