कैलाश विजयवर्गीय : सावधानी जरूरी है

इंदौर के लोकप्रिय नेता कैलाश विजयवर्गीय पुनः महू से प्रत्याशी बने हैं। फिर से अंतरसिंह दरबार से मुकाबला है। अब देखना यह है कि क्या कैलाश जीत पाएंगे या कड़ी टक्कर देकर कुछ ही मतों से आगे पीछे रह सकते हैं।

कैलाश विजयवर्गीय का जन्म मेष लग्न मिथुन राशि में हुआ। लग्न का स्वामी मंगल उच्च का होकर दशम यानी राज्य भाव में है। वहीं दशमेश शनि अष्टम भाव में वक्री होकर दशम भाव पर बैठे मंगल पर तृतीय दृष्टि से देख रहा है।

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इसी कारण कैलाश की उच्चाभिलाषा पूर्ण नहीं हो पाई और जब तक शनि-मंगल के दृष्टि संबंध का उपाय नहीं किया जाता उनकी महत्वाकांक्षा पूर्ण नहीं होगी।

अभी वर्तमान में मंगल सिंह राशि का चल रहा है, जिसकी दृष्टि राज्य पर नहीं है। वहीं अंतर सिंह दरबार की राशि मेष का स्वामी मंगल प्रभावी होकर सिंह में है। कुल मिलाकर देख जाए तो ग्रह अनुकूल कम ही है। अंतर सिंह से जीत के लिए विजयवर्गीय को काफी मशक्कत करना होगी।


अभी लग्नेश शनि का गोचरीय भ्रमण सप्तम से चल रहा है। वहीं लग्न पर नीच दृष्टि होने से राजनीति का गणित बिगड़ भी सकता है। वर्तमान में कैलाश को काफी सावधानी रखने की आवश्‍यकता है।

वाणी में भी सतर्कता रखना होगी। तभी कुछ लाभ मिल सकता है। विरोधी भारी पड़ने की संभावना है।

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