युवा वर्ग को राष्ट्र के निर्माण और बौद्ध धर्म को समझने के लिए शिक्षित, संगठित और संघर्षशील बनकर बाबा साहेब के सपनों को साकार करना होगा। यह बात भदंत आर्य नागार्जुन सुरई सासई ने कही। वे रविवार को कोलार के चूना भट्टी कोलार स्थित बुद्धभूमि मैत्रीय बुद्घ महाविहार पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय बौद्घ मेला को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ पंचशील ध्वजारोहण के साथ हुआ। इसके बाद उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजनेता राष्ट्र और समाज के टुकड़े करने का प्रयत्न कर रहे हैं। युवा वर्ग को इनसे दूर रहना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार प्रशासन ने अगर बौद्ध गया के बौद्घ महाविहार को हमें नहीं सौंपा तो इसके लिए दुनिया भर में आंदोलन किया जाएगा।
शाक्य पुत्र सागर ने मैत्रीय बौद्ध विहार कोलार रोड़ की स्थापना से लेकर अब तक की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर सामाजिक कार्य करने वाले आनंद को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नागपुर की कव्वाल कुमारी किरण पाटनकर ने अपनी प्रस्तुति से बौद्ध अनुयायियों को भाव विभोर किया। समारोह में देश-विदेश के हजारों भंते शामिल हुए।