पटनायक का कहना है कि सदियों से विभिन्न भाषाओं में रामायण को बार-बार नए सिरे से कहा गया है, लेकिन कुछ ने महसूस किया कि कहानी हमेशा सीता द्वारा निर्मित 5 विकल्पों पर निर्भर करती है। लेखक इस सवाल पर कि 'सीता के क्या 5 विकल्प थे' के जवाब के रूप में किताब को पूरा करते हैं।
अपनी पहली किताब 'शिव : एन इंट्रोडक्शन' से शुरुआत करते हुए विष्णु, देवी और हनुमान पर किताब लेखन के साथ पटनायक अब तक भारत की पौराणिक कथाओं तथा दिव्य चरित्रों पर 30 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं। इनमें से कई किताबें बच्चों के लिए हैं। (भाषा)