उनका बयान ऐसे समय में आया है, जब राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों के बीच 10 से 50 वर्ष उम्र वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने पर गरमा-गरम बहस चल रही है। मुख्यमंत्री पिनयारी विजयन द्वारा हाल में दिए गए सुझाव का त्रावणकोर देवाश्वम बोर्ड ने खुलेआम विरोध किया कि मंदिर को पूरे वर्ष खुला रखा जाना चाहिए। (भाषा)