नर्मदापुरम् में दादाजी दरबार में होगा ऐतिहासिक देवी अनुष्ठान एवं अखंड हवन

पं. हेमन्त रिछारिया

सोमवार, 8 सितम्बर 2025 (11:36 IST)
भोपाल की राजधानी से 75 किमी दूर नर्मदा तट पर स्थित नर्मदापुरम् में श्रीधूनीवाले दादाजी दरबार में शारदीय नवरात्रि में ऐतिहासिक देवी अनुष्ठान अन्तर्गत अखंड दुर्गासप्तशती पाठ एवं हवन होने जा रहा है। यह अनुष्ठान श्री धूनीवाले दादाजी के कृपापात्र शिष्य श्री शिवानन्द महाराज के चातुर्मास कार्यक्रम के अन्तर्गत होगा। 
 
श्री शिवानन्द महारज जी ने इससे पूर्व गुरु पूर्णिमा से अनवरत 51 दिवसीय जनकल्याणार्थ महायज्ञ सफलतापूर्वक सम्पन्न किया है। इसी चातुर्मास कार्यक्रम की श्रृंखला में वे अब ऐतिहासिक देवी अनुष्ठान करने जा रहे हैं। इस देवी अनुष्ठान में प्रतिदिन 151 वैदिक ब्राह्मण दुर्गासप्तशती का अखंड पाठ करेंगे। 
 
देवी अनुष्ठान में प्रतिदिन शताधिक विभिन्न दुर्लभ जड़ी-बूटियों एवं लगभग 5 टन हवन सामग्री एवं घी से नित्य हवन होगा। आयोजन से जुड़े ज्योतिषाचार्य पं हेमन्त रिछारिया ने बताया कि देवी अनुष्ठान में प्रतिदिन 108 लीटर गौदुग्ध से मां नर्मदा का अभिषेक किया जाएगा एवं प्रतिदिन विशेष आहुति भी हवन में प्रदान की जावेगी। इस पुण्य आयोजन में श्रद्धालुगण स्वयं भी हवन में सम्मिलित होकर पुण्यलाभ अर्जित कर सकते हैं। 
 
गौरतलब बात यह है श्रीधूनी वाले दादाजी के कृपा पात्र शिष्य अखंड परिक्रमावासी श्री शिवानन्द दादाजी द्वारा किए जा रहे चातुर्मास के अन्तर्गत सम्पन्न हुआ स्वर्ण आहुतियों से हुआ महायज्ञ नमर्दापुरम् एवं इसके आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए अभी तक श्रद्धा व आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।

धूनी के हवन से उठी उत्तुंग यज्ञाग्नि की भान्ति इस चातुर्मास की ख्याति दूर-दूर फैल रही है। भारी मात्रा में श्रद्धालुगण दादाजी दरबार एवं श्री शिवानन्द महाराज जी के दर्शन हेतु अपने-अपने नगरों व गांवों से नर्मदापुरम् पहुंच रहे हैं। 
 
नवरात्रि में होने जा रहे इस देवी अनुष्ठान में श्रद्धालुओं के लिए विशाल भण्डारा प्रसादी की व्यवस्था अपराह्न 11 बजे से सायं 5 बजे तक रहेगी। इस ऐतिहासिक देवी अनुष्ठान में अष्टमी को महानिशा पूजा होगी, जिसमें जगज्जननी मां अम्बे का विशेष श्रृंगार, विभिन्न फलों एवं 1008 साड़ियों से अर्चन किया जाएगा। आयोजन के बारे में नगर की अधिकांश जनता का कहना है कि हमने ऐसा अद्भुत आयोजन अपने जीवन में पहली बार देखा है जिसमें किसी भी समीति का गठन किए बिना बगैर चन्दे के लाखों-करोडों का आयोजन सम्पन्न हो रहा है। 
 
दादाजी दरबार में भारी संख्या में उपस्थित जनता श्री शिवानन्द महाराज के दर्शन पा कर स्वयं को धन्य समझते हुए प्रतिदिन पुण्यलाभ अर्जित कर रही है। 

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