जैन धर्म के अनुसार 'सव्वे पाणा, सव्वे जीवा, सव्वे भूता, सव्वे सत्ता... सुहसाया, दुक्ख पडिकूला' यानी ...
भगवान महावीर ने विभिन्न विषयों पर दुनिया के लोगों के लिए संदेश दिए हैं। जिन्हें हम महावीर के उपदेश क...
परिग्रह पर महावीर स्वामी कहते हैं जो आदमी खुद सजीव या निर्जीव चीजों का संग्रह करता है, दूसरों से ऐसा...
मैंने अपने मन में जिन-जिन पाप की वृत्तियों का संकल्प किया हो, वचन से जो-जो पाप वृत्तियाँ प्रकट की हो...
आत्मा स्वयं ही दुःख तथा सुखों को उत्पन्न तथा नाश करने वाली है। सन्मार्ग पर चलने वाली सदाचारी आत्मा म...
नाणस्सावरणिज्जं, दंसणावरणं तहा। वेयणिज्जं तहा मोहं, आउकम्मं तहेव य॥ नामकम्मं च गोयं च, अंतरायं तहेव ...
महावीरजी कहते हैं इस धरती पर जितने भी प्राणी हैं, वे सब अपने-अपने संचित कर्मों के कारण ही संसार में ...
चोरी के बारे में महावीर स्वामी के उपदेश-
महावीर स्वामी का कहना है कि जो न तो गुस्से में आकर झूठ बोलता है, न हँसी-मजाक में पड़कर, न लोभ में आकर...
प्रमाद के बारे में महावीर स्वामी का कहना है कि विवेक जल्दी ही नहीं मिलता। उसके लिए भारी साधना करनी प...
चौबीसवें तीर्थंकर के जीवन की महत्वपूर्ण बातें नाम :- वर्द्धमान, सन्मति, वीर, अतिवीर, महावीर जन्मस...
इनके मध्य असंख्य वर्षों तक नरकों, त्रस स्थावर योनियों, इतर निगोद में जो भव ग्रहण किए उनकी गिनती नहीं
क्षमा, माफी या अँगरेजी में सॉरी इस दो अक्षरों वाले छोटे से शब्द में इतनी ताकत है कि बड़े से बड़े पत्थर...
ऐतिहासिक ग्वालियर किले के अंचल में गोपाचल पर्वत, प्राचीन कलात्मक जैन मूर्ति समूह का अद्वितीय स्थान ह...
संत कमल के पुष्प के समान लोकजीवन की वारिधि में रहता है, संवरण करता है, डूबकियां लगाता है, किंतु डूबत...