आकर्षण, वशीकरण में उपयोगी हेतु

हेतु- आकर्षण मंत्र है, वशीकरण में उपयोगी होता है।

यैः शान्त-राग-रुचिभिः परमाणुभिस्त्वं निर्मापितस्त्रिभुवनैक-ललाम-भूत ।
तावन्त एव खलु तेऽप्यणवः पृथिव्यां यत्‌ ते समानमपरं न हि रूपमस्ति ॥ (12)

इस सृष्टि में जितने भी शांत-प्रशांत एवं उपशांत परमाणु थे, वे सब खूबसूरती के खजाने जैसी आपकी देह में समा गए...। हे त्रिभुवन सुंदर! इसलिए तो अब इस सृष्टि के झरोखों में आप-सा सुंदर कोई नजर नहीं आता!

ऋद्धि- ह्रीं अर्हं णमो बोहियबुद्धीणं ।

मंत्र- ॐ आँ आँ अँ अः सर्वराजप्रजामोहिनि सर्वजनवश्यं कुरु कुरु स्वाहा ।

वेबदुनिया पर पढ़ें