(2) नौकरी, व्यवसाय में हानि, बरकत न हो।
(3) परिवार में ऐक्य न हो, अशांति हो।
(5) घर के युवक-युवतियों का विवाह न होना या विवाह में विलंब होना।
(6) अपनों के द्वारा धोखा दिया जाना।
(7) दुर्घटनादि होना, उनकी पुनरावृत्ति होना।
(8) मांगलिक कार्यों में विघ्न होना।