* भक्तों के ह्रदय में परमात्मा का वास होता है।
* जब कोई भी व्यक्ति जीवन के दुख से झुलसता है उसे पुत्र और पुत्री, पत्नी अथवा भगवान के भक्त ही सहारा देते हैं।
* जो अल्प मति के लोग है वह मूर्ति में भगवान देखते हैं, लेकिन जो व्यापक दृष्टि रखने वाले लोग हैं, वह यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि भगवान सर्वव्यापक हैं।