गंगा दशहरा विशेष : इन 10 पापों का नाश करती है गंगा

पुराणों के अनुसार पावन नदी गंगा 10 पापों को नष्ट करती है जो क्रमश: इस प्रकार है-





 

 
 



तीन दैहिक पाप- 
 
1 बिना दी हुई वस्तु को ले लेना
 
2 निषिद्ध हिंसा
 
3  परस्त्री गमन  

 

वाणी से होने वाले चार पाप- 


 
4 कठोर वचन मुंह से निकालना
 
5 झूठ बोलना
 
6 चुगली करना
 
7 अनाप शनाप बातें करना   

 

और तीन मानसिक पाप


 
8 दूसरे के धन को लेने का विचार करना
 
9  मन से दूसरों का बुरा सोचना  
 
10 असत्य वस्तुओं में आग्रह रखना (व्यर्थ की बातों में दुराग्रह) है। 
 
 
इन दस पापों का हरण करने में यही गंगा दशहरा नामक पावन त्योहार सक्षम है। 

 

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