Geeta Jayanti 2023: हिन्दू मान्यता के अनुसार हमारे दिव्य ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता या गीता पाठ से हमें भगवान का सानिध्य प्राप्त होता है। गीता पाठ से जीवन की बड़ी से बड़ी परेशानी भी मनुष्य को अपने कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होने देती है। गीता हमें सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता हैं और इस अभ्यासी संसार का सत्य जान लेने के बाद पथभ्रष्ट नहीं होता।
यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत है गीता के 10 अनमोल विचार-
1. श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि मनुष्य को फल की इच्छा छोड़कर अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि मनुष्य जैसा कर्म करता है, उसे फल भी उसी के अनुरूप मिलता है। इसलिए व्यक्ति को अच्छे कर्म करते रहना चाहिए।
2. श्रीमद्भगवद्गीता के अनुसार क्रोध, वासना और लालच नरक के 3 द्वार हैं।
3. मैं समस्त प्राणियों के ह्रदय में विद्यमान हूं।