3. भोग आरती सुबह 10:30 से 11:15 बजे तक।
4. संध्या आरती शाम 6:30 से 7:15 बजे तक।
5. शयन आरती रात 10:30 से 11 बजे तक तक।
उल्लेखनीय है कि ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 2 नवंबर से चार दिवसीय दीपपर्व की शुरुआती होगी। 3 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। धनतेरस पर पुरोहित समिति की ओर से होगी विशेष पूजा। रूप चतुर्दशी पर भस्मारती में मनेगी दीपावली। दीपावली पर फुलझड़ी से आरती होगी। दीपावली पर तड़के 4 बजे भस्मारती से रात 10.30 बजे शयन आरती तक नियमिति पांच आरतियों में फुलझड़ी चलाई जाएगी। भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन व गोवंश का पूजन होगा। अंत में भाई दूज पर पूजा होगी।