रामानुज
शास्त्रों में पंचक को अनिष्टकारी दोष माना गया है। हिंदु शास्त्रों में इन दिनों कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है। इस बार पंचक 8 अगस्त, मंगलवार को प्रातः 03 बजकर 33 मिनट पर चंद्रमा धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेगा, इसी के साथ पंचक प्रारंभ हो जाएंगे तथा रविवार दिनांक 13.08.17 तक पंचक दोष रहेगा।
क्या होता है पंचक : ज्योतिष के अनुसार जब चंद्रमा 27 नक्षत्रों में से अंतिम पांच नक्षत्रों अर्थात धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, व रेवती में होता है तो उस अवधि को पंचक कहते है। इसके कारण विशेष मुहूर्त दोष बनता है जिसमे कुछ कार्य करना मना है। शास्त्रों में केवल कुछ विशेष कार्यों को ही पंचक के दौरान न करने की सलाह दी गई है।