सुहाग और संपन्नता का प्रतीक है हरा रंग, जानिए श्रावण मास में क्यों हैं हरे रंग का महत्व
Green Colour in Shravan
हरे रंग का श्रावण मास में विशेष महत्व है, क्योंकि श्रावण मास वर्षा ऋतु का माह है तथा श्रावण में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छाई रहती है। हरा रंग सुहाग और संपन्नता का प्रतीक भी माना जाता है, क्योंकि कई धार्मिक रिति-रिवाजों में हरे रंग के बिना कई शुभ कार्य अधूरे माने जाते हैं।
श्रावण में हरी चूडियां पहनने से होगा जहां भाग्योदय होता है, वहीं यह सुहाग की भी निशानी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार श्रावण के इस महीने में हरा रंग उपयोग करने और पहनने से भाग्य चमकता है। कई स्थानों पर तो जब बेटी की गोद भराई की रस्म की जाती हैं तो विशेष तौर पर हरे रंग की साड़ी, हरे रंग की चुड़ियां ही भेंट की जाती है।
जहां प्रकृति का हरा रंग मन मोहने वाला होता है वहीं हरा रंग मन को शांति और शीतलता का एहसास कराता है। यह रंग सुख-शांति और स्फूर्ति देने वाला होता है। जहां हरे रंग का प्रभाव आपके मन और बुद्धि पर अलग-अलग तरह से पड़ता है, वहीं फेंगशुई के अनुसार हरे रंग को बुद्धि का प्रतीक भी माना गया है और इसका सेहत पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।
आपने श्रावण का महीना आते ही आपने महिलाओं को हरी रंग चूडियां पहनते देखा होगा। हरी चू़डियां कलाई पर हो तो हाथ सुंदर तो लगते ही हैं साथ ही सुहाग और प्रकृति का भी मन मोह लेते है। यह सुहाग की सलामती का रंग है। हरा रंग बुध ग्रह का प्रतीक होता है। बुध ग्रह करियर और व्यापार से भी जुड़ा हुआ है। अत: हरा रंग पहनने से बुध प्रसन्न होकर आशीष देते हैं। धर्मशास्त्रों में प्रकृति को ईश्वर का रूप माना गया है और इसलिए उसकी पूजा भी की जाती है।
हरा रंग सकारात्मक ऊर्जा देने वाला होता है, यह तनाव दूर करके डिप्रेशन से बचाने में मदद करता है। हरा रंग आंखों को सुकून देता है, प्रकृति का रंग भी हरा होता है और प्रकृति जीवन का संदेश देती है। हरा रंग बीमार व्यक्तियों के लिए जीवनदायी औषधि जैसा काम करता है। फेंगशुई में इसे विकास, स्वास्थ्य और सौभाग्य का भी प्रतीक माना जाता है।
हरे रंगों के वातावरण के बीच काम करने से व्यक्ति की रचनात्मकता में बढ़ोतरी होती है। आप चाहे तो घर की दीवारों पर इन्हें रंग या टेक्सचर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं व पौधों के रूप में भी इस रंग से एनर्जी को अपने घर में प्रवाहित कर सकते हैं। घर में आराम करने, शयन करने और सुकून के पल बिताने के स्थानों पर हरे रंग का इस्तेमाल, आपके पलों को सुखदायी बना देता है।
हरा रंग बीमार व्यक्तियों को भी जल्द ठीक करने में मदद करता है। यह ब्लडप्रेशर को सामान्य रखने के साथ ही मानसिक शांति देता है, जिससे दिमाग संबंधित कई बीमारियों में राहत मिलती है। हरा रंग धार्मिक मान्यताओं के साथ-साथ अन्य कई तरह से भी हमारे जीवन को खुशहाल और सुखमयी तथा संपन्न बनाता है। हरा रंग अधिकतर लोगों को पसंद आता हैं, क्योंकि यह रंग मनुष्य को प्रकृति के करीब ले जाता है।